
केंद्र सरकार ने आधार कार्ड को लेकर एक अहम और राहत भरा कदम उठाया है। अब बच्चों के लिए आधार से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण प्रक्रियाएं बिल्कुल मुफ्त में की जाएंगी। पहले जहां माता-पिता को इन अपडेट्स के लिए शुल्क देना पड़ता था, वहीं अब यह सुविधा निःशुल्क उपलब्ध होगी।
बच्चों के आधार में बदलाव
सरकार ने तय किया है कि 5 से 7 साल और 15 से 17 साल की आयु के बच्चों का नया आधार पंजीकरण (एनरोलमेंट) और बायोमेट्रिक अपडेट अब बिना किसी शुल्क के किया जाएगा। पहले इस सेवा के लिए 50 रुपये तक देने पड़ते थे। इस बदलाव से लाखों परिवारों को सीधा आर्थिक लाभ मिलेगा और बच्चों के दस्तावेजों में पहचान की सटीकता भी सुनिश्चित होगी।
क्यों जरूरी है बायोमेट्रिक अपडेट
बच्चों की उंगलियों और आंखों के पैटर्न उम्र के साथ बदलते हैं। ऐसे में समय-समय पर उनका बायोमेट्रिक डेटा अपडेट करना अनिवार्य हो गया है। इससे उनका आधार कार्ड भविष्य में हर प्रकार की सेवाओं और सत्यापन प्रक्रियाओं के लिए मान्य और सुरक्षित रहेगा। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को इस कार्य को प्राथमिकता से पूरा करने का निर्देश भी दिया है।
प्रक्रिया कैसे पूरी होगी
यदि माता-पिता अपने बच्चों का आधार अपडेट कराना चाहते हैं तो उन्हें नजदीकी आधार नामांकन केंद्र पर जाना होगा। इसके लिए पूरी प्रक्रिया इस प्रकार है:
- सबसे पहले UIDAI की वेबसाइट या m-Aadhaar मोबाइल ऐप के जरिए केंद्र का पता लगाया जा सकता है।
- वहां जाकर आधार नामांकन या अपडेट फॉर्म भरना होगा।
- इसके बाद बच्चे के फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन किए जाएंगे। यह डेटा आधार के बायोमेट्रिक रिकॉर्ड में सुरक्षित रूप से दर्ज होगा।
परिवारों को मिलेगा लाभ
सरकार के इस कदम से हर वर्ग के परिवारों को फायदा होगा, खासकर उन लोगों को जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपने बच्चों का Aadhaar अपडेट कराने में अतिरिक्त खर्च वहन करने में कठिनाई महसूस करते थे। अब यह प्रक्रिया पूरी तरह निशुल्क होने से माता-पिता बिना हिचकिचाहट अपने बच्चों का बायोमेट्रिक समय पर अपडेट करा पाएंगे।